उपायुक्त ने सारठ के केचुआबांक पंचायत में बने क्वारंटाइन सेंटर और दीदी किचन का किया निरीक्षण

सारठ(देवघर)। उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी नैंसी सहाय द्वारा रविवार(24 मई) को सारठ प्रखण्ड के केचुआबांक पंचायत में बने क्वारंटाइन सेंटर और दीदी किचन का निरीक्षण किया गया। इस दौरान उपायुक्त ने वहां बने क्वारंटाइन सेंटर का अवलोकन कर संबंधित अधिकारियों व चिकित्सकों को स्वच्छता पर विशेष ध्यान देते हुए कार्य करने को कहा। साथ ही उनके द्वारा अन्य आवश्यक व उचित दिशा निर्देश भी दिया गया। इसके अलावा उपायुक्त द्वारा कोरोना वायरस से बचाव हेतु संदिग्ध/संक्रमित व्यक्तियों के लिए उपचार, जांच, बेड, रख-रखाव व अन्य मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सहित स्वच्छता व्यवस्था आदि की पूरी जानकारी ली गयी। साथ हीं संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि इस बात का विशेष ध्यान रखा जाय कि यहां रहने वाले लोगों को किसी प्रकार की कोई समस्या न हो एवं सभी के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए उनका रेगूलर चेकअप किया जाय एवं ससमय उन्हें पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जाय। उन्होंने कहा कि सभी संबंधित अधिकारी किसी भी प्रतिकूल स्थिति से निपटने हेतु हमेशा तैयार रहें एवं पूरे सजगता व सर्तकता के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करें।

 लोगों को कोरोनो के प्रति करे जागरूक – उपायुक्त

निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त नैंसी सहाय ने संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी व अंचलाधिकारी को निर्देशित किया कि वे अपने क्षेत्र में रहने वाले लोगों को कोरोना के दुष्प्रभाव एवं इससे बचाव के प्रति जागरूक करें। साथ हीं  उन क्षेत्रों के अस्पताल एवं स्वास्थ्य केंद्रों में आने वाले मरीजों को भी कोरोना से संबंधित समूचित जानकारी देकर उन्हें जागरूक किया जाए, ताकि अधिक से अधिक लोग जागरूक होकर सतर्क हो सके।

तत्पश्चात उपायुक्त द्वारा लॉक डाउन के दरम्यान असहाय, दिव्यांग, बुजुर्ग लोगों को दीदी किचन व दाल-भात केन्द्र के माध्यम से निःशुल्क भोजन कराये जाने की व्यवस्था का औचक निरीक्षण किया गया। इस दौरान उपायुक्त द्वारा केचुआबांक पंचायत अंतर्गत संचालित दीदी किचन में समाज के बेसहारा, जरूरतमंद एवं अति गरीब लोगों को करायें जा रहे भोजन की गुणवत्ता की जानकारी वहां उपस्थित लोगों से ली गयी। साथ ही साफ-सफाई की व्यवस्था, साबुन की उपलब्धता व लाभुक पंजी, स्टॉक पंजी से जुड़े आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश उपायुक्त द्वारा संबंधित अधिकारियों/कर्मियों व सखी मंडल की महिलाओं को दिया गया।

इसके अलावे उपायुक्त द्वारा इन केन्द्रों में कार्य कर रहे कर्मियों व सखी मंडल के दीदियों को निदेशित किया गया कि लोगों को भोजन कराते समय स्वच्छता व सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखें। साथ हीं भोजन के पहले व बाद में लोगों को साबुन से अवश्य हाथ धुलवायें एवं स्वच्छता के प्रति लोगों को प्रेरित करें।

दीदी किचन में भोजन की गुणवत्ता के साथ साफ-सफाई का रखे विशेष ध्यान:- उपायुक्त

उपायुक्त  नैन्सी सहाय द्वारा संबंधत प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अचंलाधिकारी व जेएसएलपीएस के अधिकारी/कर्मी को निदेशित किया गया कि दीदी किचन में साफ-सफाई के साथ लोगों को परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा जाय। भोजन के गुणवत्ता से संबंधित किसी प्रकार की शिकायत या कौताही मिलने पर सीधे कार्रवाई की जायेगी। इसके अलावे उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया कि इन केंद्रों के माध्यम से गरीब व असहाय परिवारों को भोजन की सुविधा मिलती रहे, इसे सुनिश्चित किया जाय।

 फूड ग्रेन बैंक को मजबूत बनाने हेतु आप सभी का सहृदय आभार- सहाय

उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी नैंसी सहाय द्वारा सारठ प्रखंड अंतर्गत बने फूड ग्रेन बैंक का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व उचित दिशा-निर्देश दिया गया। इसके अलावे उपायुक्त ने सभी स्वयं सेवी संस्थाओं, समाजसेवियों द्वारा जरूरतमंद व निःसहायों के मदद हेतु फूड ग्रेन बैंक को मजबूत करने व जरूरतमंदों को ससमय सामग्री उपलब्ध कराने को लेकर सभी का आभार प्रकट किया गया। इस दौरान मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत के क्रम में उपायुक्त द्वारा जानकारी दी गयी कि लॉक डाउन से प्रभावित गरीब, बेघर एवं निःसहाय लोगों की मदद हेतु  जिला प्रशासन द्वारा लगातार कार्य किया जा रहें है। इसी कड़ी में गरीब, मजदूर तबके एवं लॉक डाउन से प्रभावित दूरदराज क्षेत्र के व्यक्तियों को आवश्यक सुविधा पहुँचाने हेतु जिला प्रशासन द्वारा देवघर जिला अंतर्गत इन्डोर बैडमिंटन स्टेडियम, देवघर और अग्रसेन भवन, मधुपुर के साथ सारठ में कुल तीन फूड ग्रेन बैंक का निर्माण किया गया था, ताकि लोगों द्वारा दान स्वरुप दिए गए खाद्य सामग्रियों को वहाँ संग्रहित कर उससे जरूरतमंद लोगों की मदद की जा सके।

इस दौरान उपरोक्त के अलावे अनुमंडल पदाधिकारी, देवघर योगेंद्र प्रसाद, प्रशिक्षु आई.ए.एस  रवि आनंद, प्रशिक्षु आई.ए.एस संदीप मीना एवं संबंधित प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी व संबंधित अधिकारी आदि उपस्थित थें।