Me Too : अभिनेत्री कृतिका शर्मा ने डायरेक्टर विक्की सिडाना पर लगाए गंभीर आरोप

मुबंई।  मी टू ( Me Too ) अभियान के बाद कई नकाबपोश का असली चेहरा सामने आने लगा है। मी टू हैशटेग के तहत कल तक जो चुप रहती थीं वह भी अब खुलकर कैमरे के सामने आने लगीं है और अपनी आपबीती मीडिया और समाज के साथ साझा करने लगी है, खासकर बॉलीवुड की…

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वामपंथ के लिये भस्मासुर है – महिषासुर (आलेख – 5)

आलेख – 5 – बौद्धिक लफ्फाजियों वाला वामपंथ तथा मूल कथा वामपंथ के लिये महिषासुर क्यों भस्मासुर सिद्ध होगा इसे समझने के लिये फॉरवर्ड प्रेस की गढी हुई विवादित कहानी पर और उसके दावों की उपलब्ध ग्रंथ दुर्गा सप्तसती के प्रकाश में विवेचना करते हैं। सप्तसती मे दुर्गा-महिषासुर कथा का प्रारभ होता है जब महिषासुर…

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वामपंथ के लिये भस्मासुर है – महिषासुर (आलेख 4)

सुना है बडे पढे लिक्खे होते हैं वामपंथी। वे प्रगतिशीलता की ढाल के साथ देवी दुर्गा को वेश्या कहते हैं और उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का ध्वज फडर-फडर करता रहता है। हमने कब उनसे सवाल किया कि जहर के पीछे का साँप कौन है? फॉरवर्ड प्रेस पत्रिका तथा इसी प्रेस से प्रकाशित महिषासुर पर केंद्रित…

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वामपंथ के लिये भस्मासुर है – महिषासुर (आलेख 3)

आलेख  – 3  – देवी दुर्गा को वेश्या कहने के दुस्साहसी वामपंथी  महिषासुर अभियान में जो दस्तावेजीकरण फॉर्वर्ड प्रेस के प्रमोद रंजन द्वारा पत्रिका और पुस्तकों के रूप में किया गया है इसमें ईसाई लेखकों की भरमार क्या धर्मांतरण अभियान के साजिशों की कडी का हिस्सा है?  फॉरवर्ड प्रेस पत्रिका के इसाई सम्पादकों –  डॉ….

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वामपंथ के लिये भस्मासुर है – महिषासुर (आलेख दो)

आलेख  – 2  – फॉर्वर्ड लिख कर ही कोई प्रेस फॉर्वर्ड नहीं हो जाता!! किसी भी कथ्य को समझने से पहले उसे पढ़ना और गहराई से समझने के लिये बार बार पढना आवश्यक है। निश्चित ही बिटवीन द लाईंस पढा जाना चाहिये और अनेक अर्थ निकालने चाहिये क्योंकि जिन दिनों की रचनाओं पर आज बात…

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वामपंथ के लिये भस्मासुर है –  महिषासुर

  आलेख  – 1  – हिंदू धर्म की नाभी और वामपंथ के वाण?  पंचतंत्र की रंगा सियार कहानी को लाल श्रेणी के तर्कशास्त्रियों के दृष्टिकोण से देखें तो कई ज्वलंत सवाल खुजा-खुजा कर पैदा किये जा सकते हैं।  उदाहरण के लिये पंचतंत्र की कहानी विष्णु शर्मा द्वारा कही गयी अत: यह ब्राम्हणवाद का सजीव उदाहरण…

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देवघर :  गुजरात में बिहारियों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में जलाया गया डांडिया

गुजरात में बिहार – झारखंड समेत उत्तर भारतीयों के कामगारों को मारपीट कर भगाये जाने पर देवघर के युवाओं में गुस्सा उबाल पर है। रविवार देर शाम को देवघर के टावर चौक पर गुजरात की सास्कृतिक प्रतीक, डांडिया को जलाकर विरोध प्रकट किया गया। देवघर के युवाओं का कहना है कि अगर गुजरात के लोगों…

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अब कोहरे से बुझेगी प्यास

कोहरे को सिर्फ धुंध का गुबार समझना गलत है क्योंकि इस धुंध में पानी का विपुल भंडार होता है, जिसे एकत्रित करके पेयजल के रूप में उपयोग कर सकते हैं। दुनियाभर में वैज्ञानिक कोहरे या ओस जैसे अप्रत्याशित स्रोतों से पीने का पानी प्राप्त करने की तकनीक विकसित करने में जुटे हुए हैं, ताकि पानी…

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भारतीय संस्कृति का प्रदूषणरहित परिवहन बैलगाड़ी

डीजल – पेट्रोल के आसमान चढ़ते दाम और प्रदूषण से युक्त वातावरण में आज भले ही मानव की रफ्तार बिजली के करंट जैसी हो गई हो लेकिन कभी भारतीय परिवहन की रीढ़ बैलगाड़ी हुआ करता था, जो बिल्कुल प्रदूषणरहित है। बैलगाड़ी यानी एक ऐसी गाड़ी  जिसमें आत्मीय संवाद हो, प्रेम हो, प्रकृति और मनुष्य के…

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