केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) पेपर लीक पर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. दिल्ली में कई जगह पर शुक्रवार को छात्रों एवं उसके अभिभावकों ने प्रदर्शन किया तो अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) ने मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर से मिलकर ज्ञापन सौंपा. एबीवीपी नेताओं ने शिक्षा मंत्री से मांग किया कि एक निश्चित समयवधि के अंतर पेपर लीक घटना की जांच हो और दोषियों पर कड़ी से कड़ी सजा दिया जाए. सरकार एवं सीबीएसई यह सुनिश्चित करे कि भविष्य में कभी भी इस तरह की घटना की पुनरावृती न हो.
वहीं क्रांग्रेस का स्टूडेंट विंग एन.एस.यू.आई के कार्यकर्ता शुक्रवार को छात्रों द्वारा किये जा रहे प्रदर्शन में भी शरीक हुए. छात्रों का गुस्सा चरम पर है, छात्रों का कहना है कि सीबीएसई की गलतियों के कारण उन्हें परेशान होना पड़ रहा है. बढ़ते विरोध को देखते हुए सीबीएसई कार्यालय के बाहर रैपिड ऐक्शन फोर्स (RAF) की तैनाती की गई है.
बता दें कि दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने दस से ज्यादा वॉट्सऐप ग्रुप्स की पहचान की है, जिसमें प्रत्येक ग्रुप में 50-60 सदस्य हैं. खबर के मुताबिक इन लोगों से जांच और पूछताछ जारी है. अपराध शाखा (क्राइम ब्रांच) की विशेष जांच दल (एसआईटी) ने गुरुवार को 18 छात्र समेत कुल 34 लोगों से पूछताछ की, जिसमें 11 विभिन्न विद्यालयों के छात्र, सात विभिन्न महाविद्यालयों के छात्र, पांच ट्यूटर व दो अन्य लोग शामिल हैं. ट्यूटर में एक महिला भी शामिल है, जिसका लाजपत नगर में निजी कोंचिग संस्थान है.