लव मैरेज के बाद हो गया लॉकडाउन, 1388 किलोमीटर पैदल चलकर चुकाया प्रेम का मूल्य
चाईबासा। कोरोना के कहर ने लाखों परिवारों का कमर तोड़ दिया। बेबस, मजबूर, लाचार, अंतहीन संघर्ष करने वाले मजदूर सुकून की चाह में पैदल ही घर को चल दिये हैं। पैरों में छाले हैं, आंखों में आंसू है, पेट और पीठ बराबर हो गया है लेकिन दिल में एक सुकून है अपना घर पहुंच गया,…