…जब डा. राजेंद्र प्रसाद ने कहा था, ‘इस पके आम के लिए आमों के पेड़ मत काटो’
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की पुण्य तिथि पर स्मृति शेष 23 फरवरी 1963 को राजेन बाबू को जहानाबाद से सुबह -सुबह एक तार मिला। उसे पढ़ते ही उनकी तबियत बिगड़ने लगी। तार के जरिए यह सूचना आई थी कि उनके मित्र सुलतान अहमद नहीं रहे। नर्स ने तुरंत ऑक्सीजन लाने के लिए कहा।आॅक्सीजन सिंलेडर आने में…