रांची। झारखंड के राज्यसभा चुनाव में भले ही कांग्रेस ने एक सीट पर विजय पा ली हो लेकिन कांग्रेस की मुसीबत कम होने के बजाय बढ़ती जा रही है। राज्यसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी रहे प्रदीप सोंथालिया ने कांग्रेस के उम्मीदवार धीरज प्रसाद साहू के निर्वाचन को हाइकोर्ट में चुनौती दी है जिसे झारखंड हाई कोर्ट ने स्वीकार कर लिया है। न्यायाधीश ए. बी. सिंह की बेंच ने इस मामले में कांग्रेस के सांसद धीरज प्रसाद साहू को नोटिस जारी किया है। धीरज साहू ने पूर्व में ही हाई कोर्ट में केविएट दाखिल की थी। सुनवाई के दौरान धीरज साहू के वकील अदालत में मौजूद नहीं थे, जिस कारण अदालत ने उन्हें नोटिस जारी करने का निर्देश दिया। हांलाकि बाद में प्रतिवादी धीरज साहू की ओर से वकील राजीव कुमार अदालत में हाजिर हुए और नोटिस को लिया। धीरज साहू के निर्वाचन को चुनौती देते हुए प्रदीप सोंथालिया ने हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की है। जिसमें कहा गया है कि 23 मार्च को राज्यसभा का चुनाव हुआ था। कांग्रेस व झामुमो के गठबंधन के कारण झामुमो के अमित महतो ने धीरज साहू को वोट दिया था। इसी दिन निचली अदालत ने एक मामले में अमित महतो को दो साल की सजा सुनाई थी।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार दो साल या उससे अधिक की सजा मिलने पर तत्काल प्रभाव से ही जनप्रतिनिधि की सदस्यता अयोग्य हो जाती है। ऐसे में झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक अमित महतो का वोट भी अयोग्य करार देने जाए और दोबारा राज्यसभा चुनाव का परिणाम घोषित करने की मांग की गई है।
(फोटो साभार – दैनिक भास्कर)