साहिबगंज। कोरोना वायरस से निपटने के लिए राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन कई ठोस कदम उठा रहा है। इसी क्रम में संक्रमण को फैलने से रोकने हेतु , एवं स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए नए नए प्रयोग किये जा रहे हैं। शुक्रवार को राजमहल अनुमंडल अस्पताल में उपायुक्त वरुण रंजन के निर्देशानुसार अनुमंडल पदाधिकारी राजमहल कर्ण सत्यार्थी के निर्देशन में रोबोट का सफल परीक्षण किया गया।
उपायुक्त वरुण रंजन एवं अनुमंडल पदाधिकारी कर्ण सत्यार्थी ने अनुमंडल अस्पताल में फीता काट कर कोरोना वायरस से संक्रमित मरीज़ों की देखभाल के लिए बनाए गए रोबोट धनवन्त्री तथा सेनेटाइज करने वाले रोबोट सावत्री का विधीवत उद्घाटन किया।
उपायुक्त वरुण रंजन ने मौके पर बताया कि यह रोबोट मरीज़ों की देखभाल के साथ साथ मेडिकल कर्मियों को भी संक्रमण से सुरक्षित रखने में मददगार साबित होंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए बनाए गए इन रोबोट्स से अस्पताल में कोरोना का संक्रमण फ्रंट लाइन कर्मियों तक नहीं पहुंच पायेगा एवं यह आगे भी अस्पताल के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
अनुमंडल पदाधिकारी कर्ण सत्यार्थी ने बताया कि इस प्रयोग की सफलता में प्रयोग इंडिया एवं पंचायत कर्मियों की अहम भूमिका रही है।
क्या कार्य करेंगे रोबोट
तकनीकी एक्सपर्ट ने बताया कि धन्वन्तरी मरीज़ों तक खाना पानी,दवाएं उपलब्ध कराएगा वहीं सावित्री कमरे को एवं अन्य जगहों को सेनेटाइज करेंगी।
कैसे कार्य करेंगे रोबोट
तकनीक एक्सपर्ट ने हमें बताया कि इन रोबोटों में टैब लगा हुआ है जो बिना तार के रिमोट से संचालित होते हैं तथा इनमें कैमरा भी लगा हुआ है जिसे मेडिकल कर्मी आसानी से संचालित कर सकेंगे।
इन रोबोट्स 150 से 200 मीटर की दूरी1 से संचालित किया जा सकता है तथा इसमें लिथियम आयन बैटरी का प्रयोग किया गया है जिसे समय समय पर चार्ज किया जा सकता है। रोबोट धन्वन्तरी ले माध्यम से मरीज़ अपनी समस्या वीडियो के ज़रिए डॉक्टर्स से बात कर सकते हैं एवं डॉक्टर्स इसी माध्यम से उन्हें दवाएं भी भेज सकते हैं।
ज्ञात हो कि अनुमंडल अस्पताल में ऐसे चार प्रयोग किये गए है जो सफलता से संचालित हो रहें हैं। इससे पहले भी कोरोना वायरस के लिए जांच बूथ का निर्माण किया गया था।
वहीं एक सेंसर द्वारा संचालित होने वाले सेनेटाइजर डिस्पेंसर का भी निर्माण किया गया था जो बिना छुवे हांथों की सफाई कर सकता है।
इसी क्रम में आज दो रोबोट धन्वन्तरी मरीज़ों तक खाना पानी, दवाएं उपलब्ध कराएगा जिसे रिमोट से संचालित किया जाएगा तथा चौथा प्रयोग सावित्री कमरे को एवं अन्य जगहों को सेनेटाइज करेंगी। इन प्रयोग की सफलता में तकनीकी एक्सपर्ट्स, पंचायत कर्मियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है जो भविष्य में स्वाथ्य कर्मियों के लिए वरदान साबित होंगे।