कोलकाता। पश्चिम बंगाल के प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि जामिया व जेएनयू की तरह ही दिल्ली के उपद्रवियों का सच भी लोगों के सामने आ जायेगा और वे बेनकाब होगें। दिल्ली हिंसा की पटकथा सुनियोजित लग रही है, यह सब अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रप की यात्रा के दौरान छवि खराब करने के लिए यह उत्पाद मचाया जा रहा है। इनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जामिया में लाठी किसने चलायी। जेएनयू में क्या हुआ था। लोगों के सामने सच सामने आ गया है और अब दिल्ली का सच भी लोगों के सामने आ जायेगा उन्होंने कहा कि सरकार ने बहुत बर्दाश्त किया है। उत्पातकारियों ने विदेशी पैसे से बिरयानी खाये हैं और उत्पाद कर रहे हैं। देश का सम्मान नष्ट कर रहे हैं। उन्हें बहुत ही बर्दाश्त किया गया है। अब कार्रवाई होनी चाहिए। कांग्रेस सरकार ने रामदेव बाबा के साथ कैसा व्यवहार किया था, सभी जानते हैं। मंच से खदेड़ा गया था। यदि सरकार कार्रवाई करती, तो विरोधी दल सरकार की आलोचना करते और अब जब सरकार सॉफ्ट स्टेप उठा रही हैं, तो भी आलोचना कर रहे हैं। ट्रंप के आने पर अशांति पैदा की जा रही है।
कांग्रेस नहीं कर रही राष्ट्रधर्म परंपरा का पालन
राष्ट्रपति ने रात्रिभोज में राजनीतिक दलों को बुलाया। कांग्रेस नहीं जायेगी। वे किस तरह की परंपरा का पालन कर रहे हैं। विरोधी दल ने कभी भी विदेशी मेहमान के स्वागत में राष्ट्रपति द्वारा दिये गये भोज का कभी भी बॉयकाट नहीं किया था। अटल जी कहा करते थे – अपने घर में कितना भी विभेद हो, दुनिया के सामने हम एक हैं। इस परंपरा पालन करना चाहिए, लेकिन कांग्रेस ऐसा नहीं कर रही है। माकपा राज्य सचिव डॉ सूर्यकांत मिश्रा द्वारा गोली चलाने में आरएसएस कैडर के शामिल होने के आरोपर पर कटाक्ष करते हुए श्री घोष ने कहा कि जिसके हाथ में रिवाल्वर था। उसका क्या नाम है…बुरका पहने हुई महिलाएं कौन हैं? उन्होंने कहा कि भारत के ट्रंप के आगमन में विश्व में भारत प्रतिष्ठा बढ़ी है, लेकिन जो ट्रंप के साथ सेल्फी खींचना चाहते थे, लेकिन नहीं कर पाये। उन्हें कष्ट हो रहा है।