दिल्ली हिंसा : हल्की सी आहट से दहल उठता है दिल

देश की राजधानी जल रही है, अभी तक हिंसा जारी है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक हिंसा में 10 लोगों की मौत हो चुकी है और लगभग 150 से अधिक लोग घायल हैं। हिंसा का आलम यह है कि जरा सी आहट सुनते ही अनहोनी की आशंका से लोगों का दिल दहल उठता है। मंगलवार शाम को करीब साढ़े छः बजे यमुना पार लक्ष्मी नगर इलाके में घुम रहा था, कुछ देर बाद देखा कि लोग भाग रहे हैं। कोई कुछ नहीं बोल रहा बस भाग रहा है। देखते ही देखते दुकानों की सटर बंद होने लगी। सब्जी वाले से पूछा कि ये लोग भाग क्यों रहे हैं तो बोला दंगा हो गया है, मेरे पास बताने का टाइम नहीं है। अभी सब्जी नहीं दे पाऊंगा। कुछ दूर आगे जाकर एक फार्च्यून के दुकान के पास जाकर खड़ा हुआ और मौजूद लोगों से मामले को जानने की कोशिश की। उनलोगों को भी कोई जानकारी नहीं थी, कोई कुछ बताने को तैयार नहीं। अफवाहों का बाजार इस कदर हावी है कि हल्की सी आहट से लोग अपने दरवाजे बंद करने लगते हैं। खैर! जब मैंने उपरोक्त वर्णित घटना के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि किसी ने लक्ष्मी नगर के रमेश पार्क में गोली चलाने की अफवाह उड़ा दी और लोग भागने लगे। इस पूरे घटना को जानने के बाद निष्कर्ष नहीं निकाला जा सकता है। क्योंकि सोमवार से दिल्ली में जिस तरह हिंसा का कहर बरपा है कोई भी डर सकता है। उत्तर-पूर्वी के भजनपुरा, सुदामापुरी, घोंडा, मौजपुर व दयालपुर में मंगलवार को बिगड़े हालात के कारण दिनभर से लोग दहशत में हैं। सुरक्षा के लिहाज से लोग घरों के अंदर हैं। हमेशा भीड़ से सराबोर रहने वाला इलाका सुनसान सा हो गया है।

भजनपुरा इलाके की बात करें तो लोगों को उम्मीद थी कि दोपहर तक स्थिति समान्य हो जायेगी लेकिन हालत मंगलवार शाम तक काबू से बाहर थी। चांद बाग, खजूरी, मूंगा नगर, चंदू नगर,  करावल नगर रोड से सटी सभी कॉलोनियों में रहने वाले लोगों में भय और डर का माहौल है। मोहल्ले के बुजुर्ग चौराहों पर खड़े होकर शांति बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं और युवाओं को समझा रहे हैं। गलियों में युवा डंडे हेलमेट लेकर बैठे हैं। मुख्य मार्ग पर रैपिड फोर्स मार्च कर रही है।

जीटीबी के अधिकारियों के मुताबिक हिंसा मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। मंगलवार को अस्पताल में डॉक्टरों ने चार लोगों को मृत घोषित किया। अधिकारियों ने बताया कि 35 घायल लोगों को भी अस्पताल लाया गया है। अस्पताल के एक डॉक्टर ने कहा, ‘घायलों में से 50 प्रतिशत लोग गोली लगने से घायल हुए है।’ अस्पताल अधिकारियों के अनुसार मृतकों में से एक की पहचान घोंडा निवासी विनोद कुमार (45) के रूप में हुई है जिसे जग प्रवेश चन्द्र अस्पताल मृत लाया गया था।

दिल्ली पुलिस के प्रवक्ता एम एस रंधावा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि अब हिंसा पर काबू पा लिया गया है। दिल्ली में हुए हिंसा में अब तक 10 लोगों की मौत हुई। उत्तर पूर्वी इलाके में हुई हिंसा में 150 लोग घायल हो गए है, इसमें 130 आम लोग भी शामिल हैं। हिंसा में दो आईपीएस अधिकारी और 56 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। दिल्ली पुलिस ने अपील की है कि अफवाहों पर ध्यान ना दें। उन्होंने बताया कि हिंसाग्रस्त इलाके में धारा 144 लागू की जा चुकी है। हम जनता से अपील करते हैं कि कानून अपने हाथों में न लें।

पुलिस ने कहा कि असमाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि तंग गलियों की वजह से पुलिस को एक्शन लेने में दिक्कत आई। कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। हिंसाग्रस्त इलाके में ड्रोन से निगरानी रखी जा रही है। दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने दिल्ली हिंसा पर कहा कि उपद्रवियों को बख्शा नहीं जाएगा, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। पर्याप्त पुलिस बल, सीएपीएफ और सीनियर पुलिस ऑफिसर उत्तर पूर्वी दिल्ली में तैनात हैं। कुछ इलाकों में धारा 144 लागू है। उत्तर पूर्वी दिल्ली में ताजा हिंसा के बाद दिल्ली यूपी बॉर्डर को सील कर दिया गया है।

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