बिहार के हरेक जिला के प्रखंड में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए संदिग्धों की पहचान किये जाने का काम जारी है। इस दौरान आशा कार्यकर्ता लोगों के घरों तक पहुंच कर कोविड 19 फॉर्म पर आवश्यक जानकारी ले रही हैं। सरकार के निर्देशानुसार घर-घर कराये जाने वाले सर्वे को लेकर आशा व एएनएम का पर्यवेक्षक के रूप में प्रशिक्षण भी दिया जा चुका हे।
क्षेत्र की टीम के साथ पर्यवेक्षक रोजाना रिपोर्टिंग की जानकारी अपने वरीय पदाधिकारियों को दे रही हैं। प्रत्येक दिन शाम में डेटा एकत्रित कर उसे जिले को भेजा जा रहा है। इसके साथ ही प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी को आवश्यक फीडबैक भी दे रहे हैं। वहीं सर्वे कार्य को लेकर विरोध की बात आने पर ऐसे घर के लोगों को समझाने का भी प्रयास किया गया है जहां लोग सर्वे में सहयोग नहीं कर रहे हैं। उन्हें समझा का मामला को हल कर लिया जा रहा है।
केयर इंडिया के जिला संसाधन ईकाई के टीम लीड नावेदउर्ररहमान ने बताया कि कई ऐसे इलाकों में आशा व पर्यवेक्षिकाओं द्वारा सर्वे कार्य की विरोध की बात सामने आयी है। लेकिन उसे हल कर लिया जा रहा है। कोरोना संक्रमण को लेकर सर्वे कराये जाने संबंधित बात को लेकर कोई अफवाह नहीं फैले इसके लिए भरपूर प्रयास कर लोगों तक सही जानकारी पहुंचायी जा रही है।
कोविड 19 हेतु प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र द्वारा घर-घर सर्वे किया जा रहा है। सर्वे तथा मेडिकल टीम ग्रामीण क्षेत्रों में भ्रमण के दौरान सामाजिक दूरी का पालन करने संबंधी बातों पर लोगों को जागरूक भी कर रही है। साथ ही ग्रामीणों को अतिआवश्यक कार्य के लिए ही बाहर निकलने की अपील की गयी है। उन्होंने कहा कि लोगों में इस संक्त्रामक बीमारी के बारे में लोगों की जागरूकता बढ़ी है और लोग घरों में ही रहना सही समझ रहे हैं।
ब्लॉक मैनेजर शंभु कुमार ने बताया लोगों को आशााओं व एएनएम सेहित अन्य स्वास्थ्यकर्मियों को ग्रामीणों में व्यक्तिगत साफ सफाई को लेकर जागरूक करने के लिए कहा गया है। हाथों को नियमित 20 सेंकेंड तक साफ करने व खांसी ,छींक आदि होने पर घर में एकांतवास में जाने के लिए भी समझाया जा रहा है। बाहर से आये लोगों की सूचना देने या संदिग्धों को क्वरेंटाइन में रखे जाने सभी बातों और उसकी जरूरत लोगों को बताये गये हैं।