- उपायुक्त ने कहा होम क्वारंटाइन नियमों के साथ चिकित्सकों की सलाह का अक्षरश पालने करें
- थर्मल स्कैनिंग के पश्चात सेटेनाइजड बस से श्रमिकों को भेजा गया अपने गृह जिला की ओर
- बाहर से आये श्रमिकों व उनके परिजनों के लिए स्टेशन परिसर में ही फूड पैकेट व पेयजल की थी व्यवस्था
देवघर । केंद्र और राज्य सरकार के पहल के पश्चात लॉक डाउन के वजह से कोयम्बटुर में फंसे झारखण्ड के विभिन्न जिलों के 1464 मजदूर आज स्पेशल ट्रैन के माध्यम से कोयम्बटुर से गुरुवार को जसीडीह स्टेशन पहुंचे। इस दौरान उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी नैंन्सी सहाय, पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडे एवं वरीय अधिकारियों के द्वारा सभी श्रमिकों व उनके परिजनों का अभिनंदन किया गया एवं उनके सकुशल घर वापसी हेतु ढेरों शुभकामनाएं दी गयी। तत्पश्चात कोयम्बटुर से यहां आने वाले सभी मजदूरों को सर्वप्रथम ट्रैन से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उतारा गया एवं स्टेशन परिसर में स्वास्थ्य परीक्षण हेतु बने काउंटर में उनका थर्मल स्कैनिंग व स्वास्थ्य जांच संबंधी अन्य सभी प्रक्रिया पूरी की गई। ज्ञात हो कि कोयम्बटुर से बोकारो के 63, चतरा के 29, देवघर के 118, धनबाद के 214, दुमका के 18, पूर्वी सिंहभूम के 66, गढ़वा के 37, गिरीडीह के 144, गोड्डा के 49, गुमला के 53, हजारीबाग के 24, जामताड़ा के 59, खूंटी के 2, कोडरमा के 17, लातेहार के 20, लोहरदगा के 107, पाकुड़ के 13, पलामू के 48, रामगढ़ के 181, रांची के 59, सरायकेला खरसवा के 1, सिमडेगा के 29, प0 सिंहभूम के 113 प्रवासी श्रमिकों का जसीडीह रेलवे स्टेशन पर स्वास्थ्य जांच कर स्वागत किया गया।
इस दौरान उपायुक्त नैंसी सहाय व पुलिस अधीक्षक पीयूष पांडे द्वारा कोयम्बटुर से आने वाले सभी मजदूरों के बीच नास्ता, पानी का वितरण करते हुए सभी को 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन का अक्षरशः पालन करने का निर्देश दिया गया। इसके अलावे उपायुक्त ने आगे कहा कि मास्क का उपयोग कर व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर हीं हम इस कोरोना नामक महामारी को हराकर इस पर जीत हासिल कर सकते है। इसलिए आवश्यक है कि हम सभी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन एवं चिकित्सकों द्वारा दिए गए चिकित्सकीय परामर्श का अक्षरशः पालन करें एवं स्वस्थ व सुरक्षित रहें।
जिले के सभी 118 श्रमिकों को किया जायेगा होम क्वारंटाइन:- उपायुक्त
उपायुक्त नैंसी सहाय द्वारा जानकारी दी गई कि कोयम्बटुर से यहां आने वाले सभी मजदूरों एवं यहां के लोगों के स्वास्थ्य सुरक्षा के दृष्टिकोण से जिला प्रशासन द्वारा सभी एहतियाती उपाय अपनाये गए हैं। इसलिए किसी भी व्यक्ति को घबराने या पैनिक होने की कोई आवश्यकता नहीं है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से आने वाले सभी मजदूरों को उनके गंतव्य स्थान तक भेजने हेतु प्रयोग किये जाने वाले बसों को पूर्णतः सेनेटाइजड कर सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया है।
सुरक्षा के दृष्टिकोण से रेलवे स्टेशन पर एहतियातन उठाये गए हैं सभी कदम
श्रमिकों के आगमन को लेकर जसीडीह रेलवे स्टेशन परिसर को पूर्ण रूप से सैनेटाइजड किया गया है एवं सोशल डिस्टेंसिंग के पालन हेतु वैरिकेडिंग कर जगह-जगह पर गोल घेरा का निर्माण कराया गया है। इसके अलावे सुरक्षित व्यवस्था व विधि-व्यवस्था संधारण हेतु जसीडीह स्टेशन परिसर में पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों की टीम के साथ दण्डाधिकारी एवं सुरक्षाकर्मियों की तैनात पूर्व से ही कि गई थी।
व्यवस्थित रूप से श्रमिकों को सेनेटाइजेड बस से भेजा गया अपने-अपने गृह जिला की ओर
श्रमिकों के आने के पश्चात सर्वप्रथम स्वास्थ्य जांच के उपरांत सभी के लिए फूड पैकेट व पेयजल की व्यवस्था रेलवे स्टेशन पर ही कि गई थी। जिसके उपरांत स्टेशन परिसर से अपने-अपने जिलों के लिए निर्धारित सेनेटाइजेड बसों में बिठाकर मजदूरों को घर के लिए रवाना किया गया। इससे पहले सभी प्रवासी श्रमिकों को भोजन का पैकेट, पानी का बोतल उपलब्ध कराया गया।
इस मौके पर उपरोक्त के अलावे उप विकास आयुक्त शैलेंद्र कुमार लाल, रेलवे के अधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, देवघर विशाल सागर, प्रशिक्षु आई.ए.एस रवि आनंद, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, देवघर, अंचलाधिकारी, देवघर सहित विभिन्न अधिकारी, कर्मी आदि उपस्थित थें।