देवघर। उप विकास आयुक्त शैलेन्द्र कुमार लाल के द्वारा शनिवार को वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देवघर जिला के सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारियों को देवघर जिला के प्रवासी मजदूरों के वापस लाने से संबंधित राज्य सरकार द्वारा प्राप्त निर्देशों के आलोक में उचित दिशा-निर्देश दिया गया। इस दौरान उन्होंने जानकारी दी कि वर्तमान में प्रवासी मजदूरों को वापस लाने हेतु राज्य सरकार द्वारा आवश्यक तैयारियां की जा रही है। ऐसी स्थिति में सभी मजदूरों को अपने टोला, गांव में काम की आवश्यकता होगी। ऐसे में आवश्यक है कि इन सभी मजदूरों को उनके टोला, गांव में ही कार्य उपलब्ध कराया जाय।
इस हेतु सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी कोविड-19 के लिए विभागीय दिशा-निर्देश के अनुरूप मजदूरों को कार्य उपलब्ध कराने हेतु अभी से हीं सभी आवश्यक तैयारी पूरी कर ले एवं पर्याप्त संख्या में मजदूरी आधारित योजनाओं के स्वीकृति एवं जाॅब कार्ड की उपलब्धता आदि से संबंधित रूपरेखा तैयार कर कार्य प्रारंभ कर दे। उन्होंने आगे कहा कि कोविड-19 के दौरान मनरेगा अंतर्गत व्यक्तिगत लाभ की योजना एवं जल संरक्षण से संबंधित योजनाओं का कार्यान्वयन करने हेतु भारत सरकार द्वारा निर्देश जारी किया गया है। साथ ही झारखण्ड सरकार द्वारा मनरेगा अंतर्गत तीन योजनाओं यथा-बिरसा मुण्डा बागवानी योजना (आम), बिरसा मुण्डा बागवानी योजना (मिश्रित फल) एवं गैर मजुरूवा जमीन पर ब्लाॅक पलानटेंशन को प्रमुखता से कार्य कराने हेतु निदेश दिया गया है, जिसके अनुरूप कार्य कराया जाना है। उनके द्वारा आगे निदेशित किया गया कि बागवानी योजना के स्थल चयन एवं लाभुकों को जागरूक करने व योजना के क्रियान्वयन में जेएसएलपीएस के कर्मी, सखी मंडल एवं प्रखण्ड स्तर पर पदस्थापित कृषि पदाधिकारी, डीपीएम आदि से आवश्यक सहयोग प्राप्त कर किया जाय। साथ हीं बागवानी योजना को अविलम्ब स्वीकृति प्रदान करते हुए कार्य प्रारंभ किया जाय, ताकि गड्ढा खुदायी का कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जा सके। उनके द्वारा आगे जानकारी दी गयी कि मुख्यमंत्री जलसमृद्धि योजना के तहत टीसीबी/डब्ल्यूएटी, मेढ़बंधी, सोकपीट का निर्माण (सामुदायिक), एलबीसीडी, नाला जीर्णोद्धार का कार्य कराया जाना है।
इस दौरान उपरोक्त के अलावे डीआरडीए निदेशक नयन तारा केरकेट्टा, जिला परियोजना पदाधिकारी विशाम्बर पटेल उपस्थित थे।