कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी में रविवार को अपनी सभा में गृह मंत्री शाह नें बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर बड़ा आरोप लगाया है। श्री शाह ने कहा कि हमारी प्रधानमंत्री मोदी जी ने जो सीएए जो लेकर आए उसके तहत लाखों बंगालियों को नागरिकता मिलती है। दीदी को इससे खुश होना चाहिए लेकिन ममता दीदी ने सीएए का विरोध किया। राज्य में दंगे कराए, ट्रेनें जला दी गई और रेलेवे स्टेशन को जला दिया गया। मैं बंगाल की मुख्यमंत्री ममता दीदी से सवाल पूछता कि दीदी जब हम नागरिकता दे रहे हैं तो आप इसका विरोध क्यों कर रही हो। प्रताड़ित होकर जो शरणार्थी यहां आये हैं हम उसको नागरिकता देकर रहेंगे। बता दें कि गृह मंत्री कई बार दोहरा चुके हैं कि हमारी सरकार सीएए पर एक इंच भी नहीं पीछे हटेंगे। गृह मंत्री नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर कोलकाता में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे।
अमित शाह ने कहा कि दीदी आपको हमारा जितना विरोध करना है कीजिए लेकिन आप हरिचंद ठाकुर और गुरुचंद ठाकुर के अभियान का भी विरोध कर रहे हैं। आप महात्मा गांधी, सरदार बल्लब भाई पटेल और मौलान अबुल कलाम आजाद के वादों का विरोध कर हैं। पीड़ित और सताए हुए ये लोग 70 साल से अपने ही देश में पराये के रूप में रह रहें हैं, हमनें इनलोगों को नागरिकता देनी चाहिए। एक तरफ बंगाल में जन्म लेते ही हर बच्चा पर चालीस हजार का कर्ज चढ़ जाता है वहीं अगर हमारी सरकार किसानों की मदद के लिए छः हजार प्रदान करना चाहती है तो ममता दी इस रूपये को देने की अनुमति नहीं देती है। दीदी इन किसानों ने आपका क्या बिगाड़ा है आप गरीब किसानों को क्यों परेशान कर रही हो? बंगाल पर 3.75 लाख करोड़ रूपये का कर्ज है। कम्युनिस्ट सरकार ने 1.92 लाख करोड़ रूपये का कर्ज छोड़ा था और ममता बनर्जी ने इसे और भी बड़ा बना दिया। इस दौरान श्री शाह ने उपस्थित जनसमूह से आह्वान किया कि आप हमें पांच साल का मौका दीजिए हम बंगाल को सोनार बांग्ला में बदलकर देंगे।