देवघर। देवाधिदेव महादेव की नगरी देवघर ने देश को कई अनमोल रत्न दिये हैं। झारखंड की सास्कृतिक राजधानी देवघर का कला और संगीत में विशिष्ट स्थान रहा है। देवघर की प्रतिभा को निखारने और उसे प्रोत्साहित कर बल देने के लिए तिलक सेवा समिति के द्वारा प्रशंसनीय प्रयास किया गया है। रविवार को सूचना भवन सभागार में तिलक सेवा समिति के द्वारा देवघर रत्न सह सर्वोच्च नागरिक सम्मान समारोह का आयोजन कर शिक्षा, सेवा, विज्ञान, कला इत्यादि से जुड़े लोगों को सम्मानित किया गया, जिसमें शिक्षा के क्षेत्र में ए.एस. कॉलेज सतसंग के सेवानिवृत प्राचार्य व शिक्षाविद नागेश्वर शर्मा, बाल विज्ञान के क्षेत्र में आलोक कुमार राय, कला के क्षेत्र में मार्कडेय जजवाड़े, विधि के क्षेत्र में अतिकुर्र रहमान एवं समाज सेवा के क्षेत्र में सारिका साह को देवघर रत्न सह सर्वोच्च नागिरक सम्मान दिया गया। सभी सम्मानित प्रतिभागियों को देवघर विधायक नारायण दास, जेएमएम नेता सह पूर्व जिला परिषद उपाध्यक्ष परिमल कुमार सिंह उर्फ भूपेन सिंह, पंडा धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष सुरेश भारद्वाज एवं समाजसेवी युधिष्ठिर राय के प्रतिनिधि रामसेवक सिंह गुंजन ने सुंयुक्त रूप से शॉल ओढ़ाकर एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ स्वागत गान से हुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विधायक नारायण दास ने कहा कि तिलक सेवा समिति के द्वारा समाज के विभिन्न क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले सपर्पित लोगों को सम्मानित कर जागरूकता फैलाने का सराहनीय प्रयास किया जा रहा है। समिति के द्वारा बढ़िया काम किया जा रहा है। इस दौरान विधायक ने समिति को एंबुलेंस देने की घोषणा की। मौके पर तिलक सेवा समिति के स्मारिका का भी विमोचन किया गया। सारठ विधानसभा के पूर्व जेएमएम प्रत्याशी भूपेन सिंह ने समिति को हर संभव मदद करने की बात कही। कार्यक्रम को पंडा धर्मरक्षिणी सभा के अध्यक्ष सुरेश भारद्वाज, तिलक समिति के केंद्रीय अध्यक्ष हरेकृष्ण राय, संरक्षक प्रो. रामनंदन सिंह, रामसेवक गुंजन ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन संचालन अधिवक्ता विपुल मिश्रा ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन समिति के संरक्षक प्रो. रामनंदन सिंह ने किया।