#FACEBOOK संस्मरण : का जाने केहि भेस में…
एक दिन (14-2-2020) अजीब वाकया दरपेश हुआ और मैं सपत्नीक हतप्रभ रह गया। कंकड़बाग पोस्ट ऑफिस से निकला तो छोटी-सी पदयात्रा के बाद चौराहे पर आ गया। तभी 71 वर्षीय वृद्ध और दुर्बल काया वाले एक रिक्शाचालक सम्मुख आकर खड़े हुए। मैंने पूछा, ‘पंचशिव मन्दिर तक चलेंगे?’ उन्होंने स्वीकृति में सिर हिलाया। हम रिक्शे पर…