रांची। झारखंड में लंबे समय का इंतजार आखिरकार खत्म हुआ। दरअसल झारखंड विधानसभा संपन्न हुए लगभग दो महीने बीत जाने के बाद भी भारतीय जनता पार्टी के द्वारा विधायक दल के नेता का चुनाव न होना राजनीति के गलियारों में चर्चा का विषय बन चुका था। लेकिन आज बाबुलाल मरांडी को सर्वसम्मति विधायक दल का नेता चुन लिये जाने के बाद इस सवाल पर पूर्णविराम लग गया। बता दें बीते 17 फरवरी को गृह मंत्री अमित शाह की उपस्थिति में राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री बाबुलाल मरांडी ने घर वापसी यानी पुनः भाजपा में वापसी की थी।
सोमवार को भाजपा विधायकों के नेता के तौर पर सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी की औपचारिक ताजपोशी हो गई है। बैठक में बाबूलाल के नाम पर भाजपा के 25 विधायकों ने मुहर लगाई। विधायक दल का नेता चुने जाने के साथ ही भाजपा के 26 विधायकों की ओर से बाबूलाल मरांडी झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष बन गए हैं। बैठक में राजमहल विधायक अनंत ओझा ने मरांडी के नाम का प्रस्ताव रखा जिसका समर्थन विधायक बिरंची नारायण, नीलकंठ मुंडा और केदार हाजरा ने किया। इस दौरान केंद्रीय पर्यवेक्षक के तौर पर भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री पी मुरलीधर राव, अरुण सिंह और भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर मौजूद थे। विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद बाबुलाल ने कहा कि हम कहीं नहीं गये थे बल्कि बाहर संघर्ष करते रहे। पुनः अपने परिवार में आएं हैं, आपसभी का सहयोग बना रहे, आपका सहयोग ही हमारी ताकत है।