देवघर के संजीत राय बने क्रीड़ा भारती के प्रदेश सह-मंत्री

खेल के क्षेत्र में कार्य करने वाली अखिल भारतीय संस्था, क्रीड़ा भारती के प्रांतीय बैठक में संगठन विस्तार कर देवघर के संजीत राय को झारखंड प्रांत के प्रदेश सह-मंत्री बनाया गया है। इसकी घोषणा रविवार को रांची के हिनू में स्थित विद्या विकास समिति भवन आयोजित प्रांतीय बैठक में क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय मंत्री संजय तिवारी ने की  है।

संजीत राय को प्रदेश सह मंत्री बनाये जाने के बाद देवघर के युवाओं में काफी उत्साह  है। श्री राय इससे पहले क्रीड़ा भारती के देवघर जिला अध्यक्ष के अतिरिक्त संताल परगना प्रभारी के पद पर थे। आपको बता दें कि संजीत राय अपने छात्र जीवन में अखिल भारती विद्यार्थी परिषद में रह चुके हैं, विद्यार्थी परिषद् में वे देवघर नगर मंत्री, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य समेत अन्य दायित्व का निर्वह्न कर चुके हैं। देवघर महाविद्यालय से स्नातक करने के बाद उन्होंने एमबीए किया…पढ़ाई के दौरान ही उनका चयन एक प्रतिष्ठित कंपनी में हो गया। कई एमएनसी कंपनी में बड़े पद पर उन्होंने काम भी किया, परंतु उनका मन वहां पर नहीं जमा और अपनी नौकरी से त्याग पत्र देकर समाज के क्षेत्र में काम करना शुरू कर दिया, इसके लिए उन्होंने नवोत्थान फाउंडेशन बनाई। बताया जाता है कि उनकी कार्य कुशलता और खेल के प्रति रूचि को देखते हुए लगभग डेढ़ वर्ष पहले उनको देवघर जिले का अध्यक्ष बनाया गया था।

धनबाद में होगा क्रीड़ा भारती का राष्ट्रीय अधिवेशन

प्रांतीय बैठक में राष्ट्रीय मंत्री सजय तिवारी ने कार्यकर्ताओं को आगामी 28 – 30 दिसंबर को धनबाद में होने वाले क्रीड़ा भारती के राष्ट्रीय अधिवेशन की तैयारी में जुट जाने की बात कहीं। उन्होंने बताया कि अधिवेशन का उदघाटन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सर संचालक मोहन राव भागवत करेंगे। श्री तिवारी के मुताबिक अधिवेशन में देश भर से दो हजार प्रतिनिधि भाग लेंगे जिसमें करीब दो सौ से अधिक द्रोणाचार्य से पुरस्कृत गुरु भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि अधिवेशन में केन्द्रीय खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह के अलावे 14 राज्य के खेल मंत्री भी शिरकत करेंगे। बैठक को रा. स्व. संघ के प्रांत प्रचारक रविशंकर जी, क्रीड़ा भारती के प्रदेश मंत्री राजीव जी आदि ने संबोधित किया। प्रदेश मंत्री राजीव जी ने बताया कि वर्तमान में क्रीड़ा भारती का कार्य झारखंड के 16 जिलों में चल रहा है और आगामी अक्टूबर महीने तक इसे सभी चौबीसों जिलों तक विस्तार किया जायेगा।