खेल के क्षेत्र में वर्षों से उपेक्षित संतालपरगना में आशा की रौशनी जग उठी है, लगता है मानों देवघर के खिलाड़ियों के दिन बहुरंगे होने वाले हैं। यहां के बच्चे भी प्रशिक्षण पाकर खेल में अपनी मौजूदगी दर्शा सकता है। ये सब बातें देवघरवासियों के मन में क्रीड़ा भारती के द्वारा सफलतापूर्वक आयोजित दस दिवसीय समर कैम्प के बाद आना शुरू हो चुका है। क्रीड़ा भारती के द्वारा आयोजित समर कैम्प कई मायनों में अलग था, चूंकि पहली बार विभिन्न खेलों में रूचि रखने वाले छात्रों के लिए अलग – अलग कोच निर्धारित किये गये थे। पिछले नौ दिनों से चल रहे इस समर कैम्प का समापन दसवें दिन यानि रविवार को किया गया। समापन समारोह में सैंकड़ो की संख्या में देवघरवासी समेत विभिन्न खेलों के खिलाड़ी, प्रशिक्षक, समाजसेवी मौजूद थे। बता दें कि यह आयोजन पिछले देवघर के सर्राफ स्कूल के मैदान में आयोजित किया गया था, जिसमें रोज सुबह छात्र पहुंचकर खेलों के गुर सीख रहे थे।
समर कैम्प के समापन समारोह में पहुंचे मुख्य अतिथि समाजसेवी एडवर्ड सोरेन ने कहा कि क्रीड़ा भारती के द्वारा पहली बार विभिन्न खेलों में रूचि रखने वाले छात्रों के लिए अनूठा समर कैम्प का आयोजन किया गया है, जो देवघर समेत समस्त संतालपरगना के लिए मिशाल है। उन्होंने बच्चों को खूब खेलने और पढ़ने के लिए प्रेरित किया। श्री सोरेन ने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ दिमाग की उपज होती है। जब शरीर स्वस्थ रहेगा तभी अच्छे विचार आयेंगे एवं पढ़ने में मन लगेगा। इसलिए पढ़ाई के साथ-साथ खेल का होना भी जरूरी है। इस दौरान क्रीड़ा भारती के प्रांत सहमंत्री अनुराधा, चिकित्सक एन.डी. मिश्रा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संचालक डा. जुगल किशोर चौधरी एवं सेवानृवित आईपीएस शशि नाथ झा ने भी छात्रों को संबोधित किया। समारोह की शुरूआत मेजर ध्यानचंद एवं भारत माता की तस्वीर पर माल्यापर्ण एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। समारोह में शहर के प्रमुख खिलाड़ी, प्रशिक्षक, समाजसेवी और क्रीड़ा भारती के कार्यकर्ता व अनेकों छात्र – छात्रा मौजूद थे। क्रीड़ा भारती के जिला अध्यक्ष संजीत राय ने बताया कि बच्चों की रूचि के अनुसार हरेक खेल के लिए अलग – अलग प्रशिक्षक मौजूद थे, प्रशिक्षकों के द्वारा लगातार दस दिनों तक छात्रों को प्रशिक्षित किया गया। समर कैम्प को आयोजन करने पीछे एक मात्र उद्देश्य खेल एवं खिलाड़ियों को बढ़ावा देना है। समर कैम्प में एक सौ तेरह छात्रों ने पंजीयन कराया था और लगभग अस्सी से अधिक पंजीयन के इच्छुक छात्रों को लौटाना पड़ा। देवघरवासियों की खेल के प्रति इतना लगाव को देखकर अभिभूत हूं।
विजेताओं को किया गया सम्मानित
चित्रांकन प्रतियोगिता में 10-14 वर्ष के उम्र के विजेता नमन देवा, उपविजेता रूपेश कुमार तथा 6-10 वर्ष के विजेता स्नेहीत कुमार, उपविजेता आस्था, अमर इत्यादि को अतिथियों के द्वारा पुरस्कृत किया गया। वहीं कबड्डी में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले बालक वर्ग में साहिल तथा बालिका वर्ग में अंकिता, जबकि क्रिकेट में ऋषभ राज तथा शिवम वाजपेजी, ताइक्वांडों में विजय कुमार, बैडमिंटन में विकास कुमार तथा अनामिका कुमारी, वॉलीबॉल में रोहन राज और नमन, कुश्ती में रोशन कुमार शर्मा को पुरस्कृत किया गया।
विभिन्न खेलों के लिए अलग – अलग प्रशिक्षक(कोच) दे रहे थे प्रशिक्षण
कबड्डी – मोनू कुमार, रंजीत कुमार, आलोक कुमार, मानसी राजपाल और निशि कुमारी
बैडमिंटन – अंकेश कुमार
कूश्ती – सत्यजीत कुमार, प्रवीण कुमार
ताइक्वांडों – अमित पंडित, तान्य तनुश्री
वॉलीबॉल – रामप्रवेश सिंह, चंदन कुमार, समिर
क्रिकेट – रवि कुमार, रविकांत, अमित आनंद
इनके जिम्मे था समर कैम्प का संचालन
धन्यवाद ज्ञापन के दौरान मैत्रेय किड्स के निदेशक सह क्रीड़ा भारती के संरक्षक एस. डी. मिश्रा ने कहा कि क्रीड़ा भारती के जिला अध्यक्ष संजीत राय के अलावे जिला मंत्री अमित कुमार सिंह, सह-मंत्री चंदन कुमार राय, आलोक कुमार, आनंद कुमार, धनंजय तिवारी, संजय वाजपेयी, संजीव झा, नितिश सिंह राजपूत, उत्तम कुमार शाही समेत क्रीड़ा भारती के सभी सदस्यों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
(देवघर समाचार के लिए पुरूषोत्तम कुमार की रिपोर्ट)