पाकिस्तानी अदालत ने सात वर्षीय मासूम के साथ बलात्कार कर हत्या करने के आरोपी इमरान अली पर कोई रहम न दिखाते हुए मौत की सजा को बरकरार रखा है. बता दें कि जनवरी माह में मासूम जैनब की बलात्कार की घटना के बाद पूरा पाकिस्तान ऊबल गया था. लोग सड़क पर उतर गये थे. पाकिस्तान के इतिहास में पहली बार किसी अदालत ने इतने कम समय यानि मात्र चार दिनों में ऐसे मामलों की सुनवाई कर त्वरित फैसला सुनाया है.
पिछले महीने ही पाकिस्तान की भ्रष्टाचार विरोधी अदालत ने जैनब मामले की सुनवाई कर इमरान अली को हत्या, अपहरण, नाबालिग का रेप और नाबालिग के साथ अप्राकृतिक यौनाचार का आरोपी ठहराते हुए मौत की सजा सुनाई थी. लाहौर उच्च न्यायालय ने बुधवार को भी इस फैसले को बरकरार रखा। अली को जनवरी में इस घटना के मात्र दो सप्ताह के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया गया था, अली ने सात वर्षीय बच्ची का अपहरण कर उसका बलात्कार करने के बाद हत्या कर उसकी बॉडी को एक कूड़ेदान(डस्टबीन) में डाल दिया था. आरोपी अली अब उच्च न्यायालय के फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय में अपील कर सकता है.