रामनवमी में जुलूस के दौरान किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से निबटने के लिए जिला प्रशासन नें अभी से तैयारी करनी शुरू कर दी है. रामनवमी के दौरान सुरक्षा की चाक-चौबंद को मजबूत करने के उद्देश्य से सोमवार को देवघर उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई. बैठक में उपायुक्त ने अधिकारियों से देवघर जिले के शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में अखाड़ों की संख्या मांगी. उन्होंने अखाड़ों से अलग – अलग जुलूस निकालने की अपील की ताकि सुरक्षा व्यवस्था में कोई कठिनाई उत्पन्न न हो.
इस दौरान उपायुक्त ने जुलूस के लिए कुछ गाइललाइन भी तय किये जिसे सभी अखाड़ों को पालन करना अनिवार्य होगा. गाइड लाइन में अखाड़ों को जुलूस निकालने के पहले अखाड़ा कर्मी को अपना परिचय दिखाना, सभी अखाड़ों को अपना सम्पर्क सूत्र जमा करवाना, जुलूस के दौरान ध्वज की ऊंचाई 15 फीट से ऊंचा न होना, जुलूस में रोड डीजे की पाबंदी, माईक की आवाज 40 डेसिबल से अधिक न हो आदि शामिल है. उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि जगह – जगह पर अग्निशमक गाड़ी, एम्बूलेंस इत्यादि की व्यवस्था की जाय एवं कंट्रोल रूम से लगातार इसकी निगरानी की जाय. उन्होनें सभी अखाड़ों के लिए रूट लाईन पहले से तय करने का निर्देश दिया ताकि विधि व्यवस्था के संचालन में कोई कठिनाई न हो.
बैठक में अनुमंडल पदाधिकारी, देवघर रामनिवास यादव, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी दीपक पांडेय, नजारत उपसमाहर्ता देवलाल उरांव, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी रवि कुमार सहित सभी प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी आदि उपस्थित थे.