आरक्षण की आग गुजरात, राजस्थान, महाराष्ट्र आदि राज्यों से चलकर अब झारखंड पहुंच गया है। झारखंड राज्य के घटवार/घटवाल समाज ने भी आंदोलन तेज करने की बात कही है। सोमवार को दुमका के गांधी मैदान में घटवार-घटवाल समाज के बैनर तले स्वाभिमान रैली का आयोजन किया गया, जिसमें इस समुदाय को अनुसूचित जनजाति कैटेगरी में शामिल करने की मांग की गई। स्वाभिमान रैली में आये हुए नेताओं ने कहा कि आजादी के बाद से ही हमारे समुदाय को उपेक्षित की गई है, अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो आगामी चुनाव में सरकार को सबक सिखायी जायेगी।सभा के केन्द्रीय अध्यक्ष दुर्गा सिंह ने कहा कि घटवार-घटवाल समाज को आरक्षण से वंचित रखना साफ तौर पर मानवाधिकार का हनन है।
हक नहीं मिलने तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा – हरिनारायण राय
रैली में पूर्व मंत्री हरिनारायण राय ने कहा कि हक नहीं मिलने तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। वहीं घटवार समाज के संरक्षक ने कहा कि झारखंड बनने के बाद भी हमारे साथ न्याय नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि अर्जुन मुंडा के कार्यकाल के दौरान इस प्रकिया को बढ़ाया गया लेकिन उसके बाद किसी सरकार ने हमारी सुध नहीं ली।
बता दें कि घटवार / घटवाल महासभा का वर्षो से यह मांग है कि उन्हें अनुसूचित जनजाति की सूची में शामिल किया जाए। महासभा की मानें तो वे यहाँ के मूलवासी हैं और पहले उन्हें अनुसूचित जनजाति/आदिवासी आरक्षण का लाभ मिलता था लेकिन 1952 के दरम्यान जनजातीय सूची से भूलवश घटवार – घटवाल का नाम हटा दिया गया। तब से लेकर आज तक घटवार – घटवाल समाज अपने हक की मांक कर रहे हैं ताकि उन्हें भी आरक्षण का लाभ मिल सके।