देवघर : देवघर जिले की स्वास्थ्य विभाग की कुव्यवस्था किसी से छुपा नहीं है। हालिया वाकया मोहनपुर सीएचसी का है, जहां सफाईकर्मी मरीजों को इंजेक्शन लगाते दिखे। सरकार भले ही स्वास्थय व्यवस्था सुदृढ़ करने की लाख दावे करते हों लेकिन संथालपरगना में स्वास्थ्य व्यवस्था आज भी ढ़ाक के तीन पात की तरह है, जिसका ताजा उदाहरण शनिवार को मोहनपुर सीएचसी में देखा गया। स्वास्थ्यकर्मी के नहीं रहने से सफाईकर्मी ने घायल मरीजों की न सिर्फ मरहम पट्टी की, बल्कि इंजेक्शन भी लगाया। शनिवार को मोहनपुर सीएचसी में दोपहर बाद डॉक्टर को छोड़कर कोई भी स्वास्थकर्मी उपस्थित नहीं थे। मोहनपुर प्रखंड के बांका निवासी महिला रोहिता देवी दर्द कराह रही थी। घंटे भर से अधिक बीत जाने के बाद भी कोई मरहम पट्टी लगाने वाला नहीं मिला जबकि महिला के सिर से खून बह रहा था। ऑन ड्यूटी चिकित्सक डॉ संचयन कुमार ने महिला को दवाई व इंजेक्शन के लिए लिख दिया लेकिन सीएचसी में न ही कोई उसे दवाई देने वाला था और न ही कोई एएनएम इंजेक्शन लगाने के लिए मौजूद थी।
आनन-फानन में सीएचसी के सफाईकर्मी चुनु मुर्मू ने महिला के सिर से खून को साफकर पट्टी लगायी व इंजेक्शन भी लगाया। तत्काल बाद रोहिणी निवासी घायल एक युवक को ग्रामीणों ने गंभीर हालत में सीएचसी पहुंचाया, उस युवक की मरहम-पट्टी भी सफाईकर्मी द्वारा ही की गयी। हांलाकि बाद में डॉ संचयन ने उक्त युवक को बेहतर इलाज के देवघर रेफर कर दिया।