देवघर। होम क्वारंटाइन किये गये व्यक्ति अब अपनी मनमानी नहीं कर पायेंगे। उन्हें प्रशासन और चिकित्सक द्वारा दिये गये सुझावों को हर हाल में अमल में लाना पड़ेगा। जिला प्रशासन द्वारा उन पर निगरानी रखने के लिए निगरानी कार्ड बनवाया जा रहा है। रविवार को उपायुक्त सह जिला दण्डाधिकारी नैन्सी सहाय द्वारा जानकारी दी गयी कि बाहर से आ रहे प्रवासी श्रमिक, मजदूर तथा अन्य लोग जो जिला पहुंच रहे है, उन्हें 14 दिनों के लिए होम क्वारंटाइन किया जा रहा हैं। ऐसे में उनकी पूर्ण निगरानी और सुरक्षा हेतु क्वारंटाइन निगरानी कार्ड बनाया गया है,जिसमें उक्त व्यक्ति से जुड़ी सारी जानकारियों के साथ होम क्वारंटाइन अवधि में सरकार व चिकित्सकों द्वारा जारी गाइड लाइन के साथ कोरोना के लक्षण और बचाव से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी गई है। इसके अलावे क्वारंटाइन कार्ड में मरीज के ट्रेसिंग से जुड़ी जानकारियों के अलावा जिला प्रशासन द्वारा जारी सभी हेल्पलाइन नंबर की सूची के साथ सरकार द्वारा जारी सभी टोल फ्री नंबर भी दिए गए हैं, ताकि होम क्वारंटाइन व्यक्ति अपनी समस्या या किसी प्रकार की जानकारी घर बैठे आसानी से प्राप्त कर सके।
सबसे महत्वपूर्ण क्वारंटाइन निगरानी कार्ड के माध्यम से बाहर से आने वाले लोगों को ट्रेस करने के साथ उनसे जुड़ी जानकारी और आवागमन की गतिविधियों की निगरानी करने में भी अधिकारियों व पुलिस पदाधिकारियों को अब और सहूलियत होगी।
होम क्वारंटाइन व्यक्तियों की होगी सख्त निगरानी : उपायुक्त, नैंसी सहाय
उपायुक्त नैंसी सहाय ने जिले में बाहर से आने वाले सभी नागरिकों को अनिवार्य रूप से जांच के साथ होम क्वारंटाइन नियमों का पालना सख्ती से करने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि अब होम क्वारंटाइन पर रखे गए नागरिकों की निगरान अलग-अलग टीमों रखी जाएगी। इसके लिए कार्मिकों व होमगार्ड को नियुक्त किया जाएगा। बता दें कि बाहर से आ रहे छात्र, प्रवासी श्रमिकों व अन्य लोगों का सबसे पहले स्वास्थ्य जांच कर उन्हें होम क्वारंटाइन में 14 दिनों तक रहने का निर्देश दिया गया है।