देवघर|भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद नेे भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक बाबा बैद्यनाथ धाम देवघर में पूजा अर्चना की और भारत को समृद्ध और महाशक्ति होने की कामना की। इससे पहले महामहिम भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर से देवघर हवाईअड्डा पहुंचे। राष्ट्रपति के अगुवानी करने के लिए एयरपोर्ट पर सूबे के मंत्री बादल पत्रलेख, उपायुक्त नैंसी सहाय, आयुक्त समेत कई आला अधिकारी पहुंचे थे। महामहिम राष्ट्रपति के आगमन पर चप्पे चप्पे पर सुरक्षा बल के जवान तैनात किये गए हैं।ऊंची इमारतों पर भी सुरक्षा बल के जवान तैनात।
माननीय राष्ट्रपति ने बाबा मंदिर में षोड्शोपचार विधि से पूजा अर्चना की
देश के प्रथम नागरिक माननीय राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद का देवघर आगमन 01 बजकर 05 मिनट पर कुण्डा स्थित देवघर एयरपोर्ट पर हुआ। माननीय राष्ट्रपति के साथ माननीय राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू उपस्थित थी। वहीं मौके पर कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, संथाल परगना आयुक्त अरविंद कुमार, संथाल परगना पुलिस उपमहानिरक्षक राजकुमार लकड़ा, उपायुक्त नैन्सी सहाय, पुलिस अधीक्षक श्री नरेन्द्र कुमार सिंह द्वारा माननीय राष्ट्रपति, माननीय राज्यपाल व अतिथियों का स्वागत किया गया।
इसके पश्चात महामहिम ने बाबा मंदिर पहुँचकर पूजा-अर्चना कर देश की सुख-समृद्धि की कामना बाबा बैद्यनाथ से की। जहां षोड्शोपचार विधि के द्वारा बाबा बैद्यनाथ की पूजा-अर्चना पुरोहितों द्वारा कराई गई। पूजा के उपरांत महामहिम को उपायुक्त श्रीमती नैंसी सहाय ने मंदिर श्राईन बोर्ड की तरफ से अंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह समर्पित कर अभिनंदन किया गया।
बाबाधाम आने वाले तीसरे राष्ट्रपति
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद देवघर आने वाले तीसरे राष्ट्रपति हैं। इससे पहले देश के पहले राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद तथा दो बार बतौर राष्ट्रपति श्री प्रणव मुखर्जी बाबा बैद्यनाथ की पूजा-अर्चना कर चुके है।
माननीय राष्ट्रपति के आगमन को लेकर चाक-चौबंद सुरक्षा-व्यवस्था
महामहिम के आगमन को लेकर पूरे शहर में चाक-चौबंद सुरक्षा-व्यवस्था की गयी थी। पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र कुमार सिंह के नेतृत्व में सुरक्षा की सभी व्यवस्थाएं की गयी थी। यातायात को सुगम बनाने तथा सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए शहर में रूट डायवर्जन भी किये गए थे। कई स्थानों पर ड्रॉप गेट तथा बेरियर भी लगाया गया था। इसके साथ हीं पहुँच पथ पर स्लाइडिंग बेरियर भी लगाया गया था। एयरपोर्ट से सर्किट हाउस व मंदिर तक ऊंचे भवनों पर सुरक्षा बल के जवान तैनात किये गए थे, ताकि असमाजिक तत्वों पर नजर रखी जा सके। जगह-जगह पर सुरक्षा बल के जवान को तैनात किये गए थे। परिंदा भी पर नहीं मार सके, इसे ध्यान में रखते हुए सफेद पोषाक में अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गयी थी। जगह-जगह पर दण्डाधिकारी को भी तैनात किया गया था।