कोरोना संक्रमण के नये वेरियंट ओमिक्रॉन को लेकर देवघर जिला प्रशासन एलर्ट मोड पर है। रविवार को देवघर उपायुक्त की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया और ओमिक्रॉन को निपटने की तैयारी और जागरूकता पर मंथन हुआ।
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रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड एवं जिला के सभी प्रवेश मार्ग पर टीकाकरण और टेस्टिंग की व्यवस्था को सुनिश्चित करना।
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शहरों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों को सुरक्षित व लोगों को स्वस्थ रखने की हो प्राथमिकता
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टीकाकरण अभियान को गति देने के उद्देश्य से पेट्रोलपंप कर्मी लोगों को करेंगे जागरूक
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विदेश से आनेवाले लोगों की जांच और कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की व्यवस्था करे सुनिश्चित
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सर्विलांस, टेस्टिंग, टीकाकरण पर विशेष रूप से रखे नजर
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शत प्रतिशत वैक्सीनेशन अभियान को गति देने की आवश्यकता
देवघर। कोरोना संक्रमण के नये वेरिएंट ओमिक्रॉन ने चिंता बढ़ा दी है। यह वेरिएंट पिछले अन्य वेरिएंट से काफी अलग और तेज गति से फैलने वाला है। इस वेरिएंट को लेकर पूरा प्रशासन एलर्ट मोड पर आ गया है। रविवार को उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी मंजूनाथ भजंत्री की अध्यक्षता में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के साथ जिले में संक्रमण के प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से लेकर किए गए कार्यों की विस्तृत समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान में पूरी तरह से कोरोना संक्रमण का खतरा खत्म नही हुआ है। एक फिर से कोरोना वायरस का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते दायरे से हमें और भी सतर्क रहने की आवश्यकता है।
उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने सिविल सर्जन व संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया कि जिला के सभी प्रवेश मार्ग पर सुव्यवस्थित कोविड-19 जांच एवं वैक्सीनेशन की व्यवस्था करें, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आगंतुक ने कोविड-19 वैक्सीनेशन कराया हुआ है साथ ही कोविड टेस्टिंग भी नेगेटिव है अन्यथा उन्हें आवश्यक क्वॉरेंटाइन में रखा जाए। आगे उपायुक्त ने संभावित लहर के आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम को कोविड से जुड़े संपूर्ण स्वास्थ्य व्यवस्था जैसे ऑक्सीजन सपोर्टेड बेड, ऑक्सीजन की उपलब्धता एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं को दुरुस्त रखने की बात कही। साथ ही इस संदर्भ में उप विकास आयुक्त को अपने स्तर से एक समीक्षा बैठक आयोजित करने हेतु निदेश दिया गया। उपायुक्त ने कहा कि संभावित कोरोनावायरस का नया वैरीअंट डेल्टा वैरिएंट से भी बहुत ज्यादा खतरनाक है। उन्होंने बताया कि वैज्ञानिकों के अनुसार यह संभावित वैरिएंट 30 से भी ज्यादा प्रकार के म्युटेंट उत्पन्न करने में सक्षम है। इसलिए हमें और भी सतर्कता के साथ एहतियात बरतने की जरूरत है।
ऑनलाइन बैठक के दौरान उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने आम जनता से कोविड-19 अनुकूल व्यवहार अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जब भी भीड़-भाड़ वाले स्थानों पर निकले, मास्क अवश्य पहनें एवं सामाजिक दूरी का अनुपालन करें। इस दौरान पुलिस अधीक्षक श्री धनंजय कुमार सिंह ने कहा कि जिस प्रकार कोविड 19 के इस नए वैरिएंट की गंभीरता को बताया जा रहा है इससे हमें निश्चित रूप से अत्यधिक सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने देवसंघ एवं कोरियासा में भी कोविड-19 टीकाकरण टीम को लगाने की बात कही। जिसपर उपायुक्त ने जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी को इस संदर्भ में आवश्यक तैयारी के लिए निर्देशित किया। आगे उपायुक्त ने कहा कि वैसे लोग जो बिना कोविड टीकाकरण कराए पेट्रोल पंप पर पेट्रोल लेने के लिए आते हैं, उन्हें पेट्रोल पंप संचालक हतोत्साहित करें। उनसे अपील करें कि वे पहले वैक्सीनेशन कराएं फिर पेट्रोल पंप पर पेट्रोल लेने के लिए आए। इस संदर्भ में जिला परिवहन पदाधिकारी एवं जिला आपूर्ति पदाधिकारी को आवश्यक व्यवस्था नियमानुसार सुनिश्चित करने का निर्देश दिया उपायुक्त द्वारा दिया गया।
वैक्सीनेशन के साथ कोविड नियमों का अनुपालन अति महत्वपूर्ण
उपायुक्त श्री भजंत्री ने कोरोना संक्रमण से जुड़े विभिन्न बिन्दुओं पर विस्तृत समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को निदेशित किया कि कोविड वैक्सीनेशन प्लान को और भी बेहतर करते हुए वैक्सीनेशन के कार्य में तेजी लाए। समीक्षा बैठक के क्रम में कोविड वैक्सीनशन, टेस्टिंग के अलावा कोविड नियमों के शत प्रतिशत अनुपालन को लेकर संबंधित अधिकारियों, प्रखंड विकास पदाधिकारी व अंचलाधिकारियों को लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया। इसके अलावे उपायुक्त ने कहा कि कोरोना से लड़ाई में यह सबसे असरदार कवच है । ऐसे में जिला अंतर्गत 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के वैक्सीनशन को लेकर चल रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि लोगों को जागरूक करते हुए अधिक से अधिक लोगों को कोविड टीका देना सुनिश्चित करें , ताकि जल्द से जल्द शत प्रतिशत लोगों को वैक्सीनेशन कैम्प के माध्यम से कोविड का टीका लगाया जा सके। इस दौरान उपरोक्त के अलावे उप विकास आयुक्त, नगर आयुक्त, सिविल सर्जन, डीआरडीए निर्देशक, अपर समाहर्ता, जिला परिवहन पदाधिकारी, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी, जिला नजारत उपसमाहर्ता, जिला आपूर्ति पदाधिकारी, जिला खनन पदाधिकारी, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी, उपाधीक्षक सदर अस्पताल एवं चिकित्सकों की टीम के साथ-साथ संबंधित विभाग के अधिकारी आदि उपस्थित थे।