रांची। कोरोना के कहर से सबसे ज्यादा नुकसान अगर किसी को हुआ तो वह गरीब और महरूम वर्ग है जो रोजमर्रा के जीवन में दैनिक मजदूरी कर अपना पेट भरते थे। लॉकडाउन होने की वजह से इनकी रोजगार छिन गई, अन्न के लाले पड़े लेकिन झारखंड सरकार के दीदी किचन ने इनके भूख को मिटाने की अनुपम कोशिश की है।
लॉकडाउन में लोगों के भूख मिटाने के लिए सूबे में 6937 मुख्यमंत्री दीदी किचन चल रहा है, जिसमें 28000 सखी मंडल अपना योगदान दे रही है। जानकारी के मुताबिक अभी तक एक करोड़ अठारह लाख थालियां असहायों को परोसी जा चुकी है और यह बदस्तूर जारी है।