जमुई। एक ओर और कोरोना पूरा विश्व में कहर बरपा रहा है। विश्व स्थास्थ्य संगठन (डब्लूओ एच ओ) ने कोरोना को महामारी घोषित कर दिया है। लगातार जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है वहीं कुछ लोगों की लापरवाही जनता को मुसीबत में डाल रही है। ताजा घटना जमुई जिले का है जहां पर पर मुंबई से लौटा युवक जो कोरोना से पीड़ित है, खुद को घर में छिपा रखा था। अब सोच सकते हैं इनकी बेवकूफी कितनों को मुसीबत डाल दिया। भला हो गांववालों का जिन्होंने तत्परता दिखाते हुए आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग को सूचना दी। मणिकांत बीमार हालत में गुरुवार को मुंबई से अपने गांव लौटा था। गांववालों ने उसे कोरोना का संदिग्ध मानते हुए इसकी जानकारी स्वास्थ्य विभाग को दी कि बीमार मणिकांत अपने घर में छिपा हुआ है। संदिग्ध मरीज को स्वास्थ्य विभाग ने इलाज के लिए आइसोलेशन वार्ड (Isolation ward) में लाया है। बताया जा रहा है कि मणिकांत साव नाम का ये व्यक्ति ऑटो रिक्शा चालक है और हाल में ही मुंबई (Mumbai) से घर लौटा है. एहतियातन उसके घर के तीन और सदस्यों को भी स्वास्थ्य विभाग ने ऑब्जर्वेशन के लिए आइसोलेशन वार्ड में रखा है।
जमुई के खैरा इलाके से आने वाले इन चारों पर स्वास्थ्य विभाग निगरानी रख रही है। चारों लोगों को संदिग्ध मानते हुए कोरोना संक्रमण को लेकर निरीक्षण किया जा रहा है. मणिकांत साव मुंबई से आने के बाद सर्दी, बुखार और फांसी से प्रताड़ित था. साथ ही वह अपने घर में छिपा हुआ था. इस बात की जानकारी जब गांववालों को लगी तब लोगों ने स्वास्थ्य विभाग को इसकी जानकारी दी थी। जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम एंबुलेंस लेकर उसके घर पहुंची और फिर उसे सदर अस्पताल में स्थापित आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करवाया। पूरे मामले की जानकारी देते हुए जमुई जिला स्वास्थ्य प्रबंधक सुधांशु कुमार ने बताया कि मणिकांत समेत उसके परिवार के चारों लोगों को सदर अस्पताल में मेडिकल टीम निगरानी रख रही है. जरूरत पड़ने पर इन लोगों को भागलपुर या पटना भेजा जाएगा। युवक जमुई जिले के खैरा थाना के सिंगारीटांड का रहने वाला है।