देवघर। झारखंड के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि किसानों के हित में सरकार लगातार बेहतर कदम उठा रही है। किसानों के हित में उनके आधारभूत संरचनाओं को ठीक करने के उद्देश्य से कृषि से संबंधित विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है। हमारी सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि किसानों को लाभान्वित व जागरूक करने के लिए लगातार ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन राज्य भर में किया जा रहा है। कृषि मंत्री ने कृषि विभाग से संबंधित विभिन्न योजनाओं की जानकारी के साथ कृषकों से अपनी जरूरत के हिसाब से योजनाओं के लाभ लेने की बात कही। उन्होंने ये बातें नगर स्टेडियम, देवघर में आयोजित कृषि मेले में कही।
कृषि मेले में आयोजित प्रदर्शनी समारोह के दौरान मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा कि बीपीएल कार्डधारी महिला के साथ-साथ अब एपीएल कार्डधारी महिलाओं को भी अनुदान पर दुधारू गाय दी जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों को फसल नुकसान की राशि राज्य सरकार के माध्यम से सीधे कृषकों के खाते में भेजे जाने की व्यवस्था की जा रही है। कृषकों की सुविधा हेतु जानवरों के लिए भी एम्बुलेंस की व्यवस्था आने वाले समय में की जायेगी। इस हेतु डायग्नोस्टिक सेंटर, एवं वेटनरी क्लीनिकल एम्बुलेंस जिसमे डॉक्टर की भी व्यवस्था रहेगी खोली जाएगी। इसका राज्य के तीन जिलों में प्रयोग किया भी जा चुका है जो सफल रहा। इस दौरान उन्होंने 10 लाख नये राशन कार्ड उपलब्ध कराने की बात कही। 50 साल से ऊपर जिनका नाम राशन कार्ड की सूची में छूटा है सभी को तीन माह के अंदर राशन कार्ड उपलब्ध कराया जाएगा। पेंशन के मामले को लेकर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार संवेदनशील होकर इस पर कार्य कर रही है जल्द ही सभी योग्य लाभुकों को पेंशन उपलब्ध कराई जाएगी।
कार्यक्रम के दौरान कृषि मंत्री द्वारा भूमि संरक्षण विभाग द्वारा चयनित 100 लाभुकों को पम्प सेट दिया गया। गव्य विकास केन्द्र द्वारा चयनित 15 लाभुकों के बीच दूधारू गाय का और बाबा बैद्यनाथ मंदिर के फूल व बेलपत्र से निर्मित जैविक खाद का वितरण उन्नत कृषकों के बीच किया गया। इसके अलावे मत्स्य विभाग द्वारा चयनित 15 कृषकों के बीच मछली जीरा, मछली आहार तथा जाल का वितरण किया गया। वहीं 2 लाभुकों को कृषि मंत्री द्वारा मछुआरा आवास का प्रमाण पत्र दिया गया। साथ हीं आत्मा (कृषि) ग्रामीण युवाओं के कौशल विकास के तहत प्रशिक्षित 15 युवाओं के बीच प्रमाण पत्र का वितरण किया गया। राष्ट्रीय खाद सुरक्षा मिशन योजना दलहन के अंतर्गत अनुदान पर पम्प सेट एवं स्पेयर का वितरण 5 लाभुकों के बीच किया गया। साथ ही 2 लाभुकों के बीच मृदा स्वास्थ्य कार्ड का वितरण किया गया।
शनिवार को शहरे के के.के.एन स्टेडियम में एक दिवसीय किसान मेला सह कृषि प्रदर्शनी कार्यक्रम का विघिवत्त उद्घाटन कृषि, पशुपालन सहकारिता विभाग मंत्री बादल पत्रलेख व उपस्थित जनप्रतिनिधियों द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
बता दें कि कृषि मेला-सह-कृषि प्रदर्शनी को लेकर किसानों के द्वारा लाये गये प्रादर्श का निबंधन पूर्वाह्न 8; 00 बजे से 11: 00 बजे तक के.के.एन स्टेडियम में किया गया। जिसके पश्चात निर्धारित चयन समिति द्वारा सब्जी, फल, फूल एवं विभिन्न फसलों की प्रदर्शनी में लगे फसलों की गुणवता व निर्धारित मापदण्ड को देखते हुए कृषि मंत्री द्वारा उन्नत कृषकों को पारितोषिक एवं प्रशंसा पत्र वितरण किया गया। कृषि मेला सह कृषि प्रदर्शनी में कृषि एवं संबंधित विभागों द्वारा 18 विभिन्न स्टॉल कृषकों की सुविधा हेतु लगाये गए थें। इस दौरान माननीय कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने प्रदर्शनी का निरीक्षण कर कृषकों को बेहतर खेती व बेहतर उपज हेतु ढ़ेर सारी शुभकामनाएं व बधाई दी।
उन्नत कृषकों द्वारा कृषि मेले में लगायी गयी प्रदर्शनी का विवरण इस प्रकार है –
●वर्ग क-फसल- 1. गेंहू का दो पौधा 2. सरसों का दो पौधा 3. अरहर का दो पौधा 4. मटर का दो पौधा 5. चना का दो पौधा 6. मसूर का दो पौधा 7. ईख का दो पौधा।
●वर्ग ख-सब्जी- 1. बंदा गोभी दो पीस 2. फूलगोभी दो पीस 3. आलू पांच पीस 4. बैगन पांच पीस 5. मूली पांच पीस 6. कोहड़ा एक पीस 7. टमाटर पांच पीस 8. कद्दू दो पीस 9. ओल दो पीस 10. प्याज पांच पीस पौधा सहित 11. मिर्च के दो पौधे 12. राजमा पौधा सहित 13. ब्रोकली दो पीस 14. बीट दो पीस पौधा सहित 15. गाजर चार पीस पौधा सहित 16. शिमला मिर्च दो पीस पौधा सहित 17. मशरूम पैकेट फलन सहित 18. अन्य कोई भी सब्जी दो की संख्या में।
● वर्ग-ग-फल- 1. पपीता दो पीस 2. अमरूद चार पीस 3. नींबू चार पीस 5. बेल दो पीस 6. केला छः पीस 7. अन्य फल दो की संख्या में।
वर्ग-घ-फूल-1. गेंदा फूल दो पौधा सहित 2. गुलाब फूल दो पौधा सहित 3. अन्य कोई फूल का पौधा दो अथवा औषधीय पौधा दो की संख्या में।
कार्यक्रम में कृषि मंत्री के अलावे संयुक्त कृषि निदेशक अजय कुमार सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी रमाशंकर प्रसाद सिंह एवं गव्य विकास पदाधिकारी, मत्स्य पदाधिकारी, आत्मा से संबंधित अधिकारी एवं संबंधित विभाग के अधिकारी, कर्मी व जनप्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।