मधुपुर । झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रघुबर सरकार पर जोरदार तंज कसा है उन्होंने कहा कि रघुबर सरकार के लिए स्कूल से ज्यादा जरूरी शराब बेचने का काम है । झारखंड के बच्चे पढ़े या ना पढ़े इसकी चिंता उन्हें तनिक भी नहीं है । झारखंड के रोजगार को बाहरियों को दिया जा रहा है । झारखंड के बच्चे दूसरे राज्यों में दर – दर ठोकर खाने को मजबूर है, शिक्षक बहाली का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि अस्सी फीसद शिक्षकों का चयन यूपी हरियाणा जैसे राज्यों के अभ्यर्थियों की हुई है । नालायक रघुबर सरकार ने झारखण्ड को बेहाल बनाने में कोई कसर नही छोड़ी है। राज्य में कुपोषण की समस्या चरम सीमा पर है और यह भक्षक सरकार बच्चों की थाली से अंडे चुराने और गरीबों को राशन न देकर उन्हें भूखों मारने में लगी है। राज्य के 70,000 पुलिसकर्मी अपने अधिकारों को लेकर भूखे पेट हड़ताल करने को विवश हैं। सोरेन संघर्ष यात्रा के पांचवे चरण में संतालपरगना दौरे पर आये हैं, पांचवे चरण के पहले दिन बुधवार को वे मधुपुर के फुटबॉल ग्राउंड में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे ।
इसके पूर्व उन्होंने बाबा बैद्यनाथ की पूजा-अर्चना की और कहा कि बाबा का आशीर्वाद लेकर यात्रा का शुभारंभ कर रहे हैं। पंडा धर्मरक्षिणी सभा के कार्यालय में उनका स्वागत किया गया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यहां की जनता को सुख-शांति मिले, सबके घर में समृद्धि हो। अमीर – गरीब, ऊंच-नीच का भेदभाव मिटे, सभी का सम्मान और स्वाभिमान का ख्याल रहे, बाबा बैद्यनाथ से यही प्रार्थना है। दर्शन के उपरांत उन्होंने बाबाधाम सरदार पंडा से मिलकर उनका आशीर्वाद लिया।