एससी/एसटी एक्ट पर सुप्रीम कोर्ट के दिये फैसले के खिलाफ दलित संगठनों के द्वारा हिंसक प्रदर्शन, आगजनी से पूरा देश कराह उठा है। विरोध की आग में कईयों की जिंदगी पूरी तरह जलकर राख हो गई. हंसता खेलता हुआ परिवारा देखते ही देखते उजड़ गया। मध्यप्रदेश के ग्वालियर और मुरैना में विरोध प्रदर्शन के दौरान चार लोगों की मौत हो गई। बंद के दौरान कहीं बसें जलाई गई तो कई जगह ट्रेनें रोकी गई।
मध्यप्रदेश के मुरैना में विरोध प्रदर्शन में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। हिंसा के उग्र होने के बाद यहां कर्फ्यू लगा दिया गया है। मुरैना में बंद समर्थकों ने बस स्टैंड, बैरियर चौराहे पर पथराव किया। इस दौरान कई वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई।प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस को बल प्रयोग के साथ आंसू गैस के गोले भी छोड़ने पड़े। पुलिस ने किसी तरह प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा तो मुरैना रेलवे स्टेशन पर उपद्रव शुरू हो गया। बंद समर्थकों ने यहां पटरियों पर डेरा जमा लिया, जिसके बाद ट्रेनों की आवाजाही थम गई है। खबरों के मुताबिक, ग्वाेलियर में भारत बंद के दौरान हुई हिंसक झड़पों में 19 लोग घायल हो गए हैं, जिनमें से 2 की मौत हो गई है। आईजी के मुताबिक मध्यगप्रदेश के ग्वाभलियर और मुरैना में विरोध प्रदर्शन के दौरान अभी तक चार लोगों की मौत हो गई है।
झारखंड में बेकाबू प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने किया लाठी चार्ज
रांची में प्रदर्शनकारियों सड़क पर जमकर उत्पात मचाया और बंद समर्थक जबरन दुकानों को बंद करवाना शुरू कर दिया. इसी क्रम में रांची के आदिवासी छात्रावास के बंद समर्थकों नें जमकर उपद्रव किया और पुलिस पर पथराव करने लगा। जवाबी कार्रवाई में पुलिस नें प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैसे के गोले छोड़े और उन पर लाठी चार्ज किया।
बिहार में देखा गया प्रदर्शन का असर
बिहार में भी बंद का असर साफ दिख रहा है। बिहार में पंजाब जाने वाली ट्रेन को रोक दिया गया। बंद के कारण पूरे राज्य में जगह-जगह पर रेल एवं सड़क यातायात प्रभावित रहा। बंद समर्थकों ने पटना व हाजीपुर के बीच उत्तर व दक्षिण बिहार की लाइफलाइन ‘महात्मा गांधी सेतु’ को जाम कर दिया। माना जा रहा है कि इस बंद को राजद, सपा, कांग्रेस और शरद यादव का समर्थन मिला है। वैशाली में एक कोचिंग संस्थासन को बंद कराने के दौरान छात्रों से बंद समर्थकों की भिड़त हो गई। इसमें दर्जनों छात्र घायल बताए जा रहे हैं। बंद समर्थक पटना सहित राज्यद के विभिन्न जगहों पर एंबुलेंस सहित आवश्यकक सेवाओं की गाडि़यों को भी रोक दिया।
एसटी-एसी एक्ट 1989 में संशोधन के खिलाफ दिल्लीु राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र(एनसीआर) में भारत बंद ने हिंसा का रूप ले लिया। कई जगहों पर प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़पें हुई। इससे निपटने के लिए पुलिस वालों को बल का प्रयोग करना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने एनएच 24 और दिल्ली-देहरादून हाइवे समेत कई प्रमुख मार्गों पर जाम लगा दिया। इससे कई राजमार्ग पर यातायात व्यमवस्थाज पूरी तरह से ठप हो गई। गाजियाबाद में रेलवे फटकी पर जाम के कारण ट्रेनों का संचालन भी प्रभावित हुआ है।
जानें क्या है सुप्रीम कोर्ट का फैसला
हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने अनुसूचित जाति/जनजाति एक्ट 1989 में सीधे गिरफ्तारी पर रोक लगाने का फैसला किया था। कोर्ट ने कहा था कि एससी/एसटी एक्ट के तहत दर्ज मामलों में तुरंत गिरफ्तारी के बजाय शुरुआती जांच हो। कोर्ट ने कहा था कि मुकदमा दर्ज करने से पहले डीएसपी स्तर के अधिकारी पूरे मामले की प्रारंभिक जांच करे और साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने कुछ मामलों में आरोपी को अग्रिम जमानत मिलने की भी संभावना जताई थी।