निर्दलीय विधायक होने के बावजूद झारखंड का मुख्यमंत्री बनकर इतिहास रचने वाले पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय के विशेष न्यायाधीश ए. के. मिश्रा की अदालत में हाजिर हुए. वे मनी लांड्रिंग मामले में कोर्ट के समक्ष हाजिर हुए थे, उनके खिलाफ मनी लांड्रिग का केस चल रहा है.
क्या है आरोप
प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक मधु कोड़ा पर 1340 करोड़ रुपये की मनी लांड्रिंग का आरोप है. इसके अलावे विनोद सिन्हा पर 915 करोड़, विजय जोशी पर 152 करोड़, विकास सिन्हा पर 45 करोड़, अरविंद व्यास पर 1020 करोड़, अनिल आदिनाथ वस्तावड़े के खिलाफ लगभग पांच करोड़ तथा मनोज बाबूलाल पुनामिया पर 58.69 करोड़ रुपये मनी लांड्रिंग का आरोप है।
आपको बता दें कि बीजेपी से अलग होकर निर्दलीय विधायक के रूप में मधु कोड़ा ने चुनाव लड़ा था. निर्दलीय विधायक होने के बावजूद कांग्रेस की मदद से वे झारखंड के पहले निर्दलीय मुख्यमंत्री बने थे. मधु कोड़ा पर आरोप है कि अपने मुख्यमंत्रीत्व कार्यकाल में उन्होंने अकूत संपत्ति कमाई. उनके शासनकाल में झारखंड में कोयला खदानों के आवंटन में गड़बड़ियों के आरोप लगे. नॉर्थ कर्णपुरा कोल ब्लॉक आवंटन घोटाला मामले में मधु कोड़ा को दोषी करार दिया जा चुका है और इस मामले में उन्हें सजा भी हो चुकी है.